Bharat Nyay Yatra: राहुल गाँधी ने कुछ समय पहले भारत जोड़ो यात्रा की थी, अब वह एक नई यात्रा शुरू करने जा रहे है। इस यात्रा का नाम भारत न्याय यात्रा रखा गया है। जो की जल्द ही शुरू होने वाली है, इसकी कुल दुरी लगभग 6200 किलोमीटर होने वाली है। चुनाव से पहले ये यात्रा कांग्रेस के लिए बहुत जरुरी ह। इस बार जो राज्य भारत जोड़ो यात्रा के दौरान छूट गए थे उन राज्यों को भारत न्याय योजना में प्राथमिकता दी जाएगी।
भारत न्याय यात्रा कब शुरू होगी और ये कितने राज्यों से होकर गुजरेगी। इसके साथ साथ Bharat Nyay Yatra के दौरान कितने किलोमीटर की दुरी तय की जाएगी इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
Bharat Nyay Yatra
आर्टिकल का नाम | Bharat Nyay Yatra |
शुरू की गई | कांग्रेस पार्टी द्वारा |
यात्रा का नेतृत्व | राहुल गांधी द्वारा |
यात्रा की शुरुआत | 14 जनवरी |
यात्रा की अंतिम तिथि | 20 मार्च |
यात्रा का सफर | 14 राज्य |
शामिल | देश के नागरिक |
उद्देश्य | नागरिकों को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से न्याय दिलाना |
यात्रा की दूरी | 6200 किलोमीटर |
भारत न्याय यात्रा
राहुल गांधी की आगामी भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी से शुरू होने जा रही है। जो की देश के भिन्न भिन्न राज्यों से होकर गुजरेगी। 14 राज्यों से गुजरने वाली इस यात्रा में उत्तर प्रदेश और गुजरात शासित राज्यों को अधिक महत्त्व दिया जायेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस योजना को हरी झंडी दिखाकर शुरू करेंगे। जनवरी से शुरू होने वाली यह यात्रा मार्च तक चलेगी, जो की होने वाले लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले खत्म हो जाएगी।
कांग्रेस द्वारा इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य देश के लोगों को आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से न्याय दिलाना है। यात्रा के दौरान राहुल गाँधी युवाओं, महिलाओं और सड़कों पर चलते हुए लोगो से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा को बस के माध्यम से किया जायेगा, जिस से ज्यादा से ज्यादा लोगो से जुड़ा जा सके, इसके साथ यात्रा का सफर पैदल चलकर भी किया जायेगा।
भारत न्याय यात्रा 14 राज्यों से होकर गुजरेगी
भारत न्याय यात्रा देश के 14 राज्यों से होकर गुजरेगी और ये 67 दिनों तक चलेगी। इस यात्रा के दौरान राहुल गाँधी 85 जिलों से पैदल गुजरेंगे। यात्रा मणिपुर से शुरू होकर नागालैंड, असम, मेघालय, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, राजस्थान, गुजरात से होते हुए मुंबई में समाप्त होगी।
प्रतिदिन लगभग 120 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी
यह यात्रा 2 महीने तक चलेगी और कही कही पदयात्रा भी की जाएगी। प्रतिदिन लगभग 120 किलोमीटर की दुरी तय की जाएगी और यात्रा को पोस्टर बैनर के साथ निकाला जाएगा। न्याय यात्रा की दुरी कुल मिलकर 6200 किलोमीटर होगी। इस यात्रा की तयारी पूरी कर ली गई है और 8 जनवरी को बैठक में अंतिम रूट तय किया जाएगा।