किसानो के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपजाऊ भूमि होती है. कई बार रसायनो का इस्तेमाल करने से ये ख़राब हो जाती है और अच्छी फसल नहीं मिल पाती. इसलिए केंद्र सरकार द्वारा किसानो के लिए Soil Health Card Yojana को शुरू किया गया है. जिससे आप दवाओं का उपयोग करके भूमि को अधिक उपजाऊ बनाने में सफल हो सकेंगे।

इस योजन के तहत सभी किसानो को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जा रहा है, जिससे वह अपनी खेल की मिली का परिक्षण करा सके। इस परिक्षण से किसानो को अपने खेत की मीठी के बारे में विस्तार से जानकारी मिल जाती है, जिसके अनुसार किसान उर्वरक का इस्तेमाल करके मिली को उपजाऊ बना सकते है।
Soil Health Card Yojana Overview
योजना का नाम | सॉइल हेल्थ कार्ड योजना |
किसके द्वारा शुरू की | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा |
योजना का प्रकार | केंद्र सरकार व राज्य सरकार |
योजना का प्रारंभ | वर्ष 2015 में शुरू की गई |
लाभार्थी | किसान |
उद्देश्य | मिट्टी की क्षमता का निर्धारण करके उत्पादकता बढ़ाने में किसानों की सहायता करना |
विभाग | कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय |
ऑफिशल वेबसाइट | https://soilhealth.dac.gov.in/ |
Soil Health Card Yojana क्या है?
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के जरिये किसान सानै से अपनी खेत की मिट्टी का लैब परिक्षण करवा सकते है। जिस से खेत की मृदा में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी मिल जाती है। इस से पता चलता है की मिट्टी में किन पोषक तत्वों की कमी है और इनको खाद्य उर्वरक के माध्यम से पूरा किया जाना संभव हो जाता है। ऐसा करने से फसल अच्छी आती है और किसान की आये में बढ़त हॉट है।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के लाभ
- इस योजना के द्वारा किसान खेत की मिट्टी का परीक्षण करा सकते हैं।
- इससे खेती की गुणवत्ता की पहचान होगी।
- खेत में पाए जाने वाली पोषक तत्व ऑन की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
- इस योजना के जरिये खेत में पोषक तत्वों की कमी को उर्वरक के माध्यम से पूरा किया जा सकेगा।
- इससे किसान भूमि को अधिक उपजाऊ बना पाएंगे।
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के माध्यम से किसानो की आय में वृद्धि होगी।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना हेतु योग्यता
- इस योजना का लाभ लेने वाला उम्मीदवार किसान होना चाहिए।
- उम्मीदवार के पास कृषि हेतु भूमि होनी चाहिए।
- इस योजना का लाभ प्रत्येक किसान प्राप्त कर सकता है।
- इसके लिए किसान की आयु सीमा निर्धारित नहीं है।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट
- फोटो
- मोबाइल नंबर
मृदा स्वास्थ्य कार्ड में दर्ज होगी ये जानकारियां
किसानो के लिए मृदा कार्ड बहुत ही जरुरी है. मृदा स्वास्थ्य कार्ड में मिट्टी से संबंधित कई जानकारी दर्ज की जाएगी जो इस प्रकार से हैं-
- मिट्टी की सेहत
- खेत की उत्पादक क्षमता
- पोषक तत्व की मौजूदगी एवं पोषक तत्व की कमी
- मिट्टी में नमी की मात्रा
- अन्य उपस्थित पोषक तत्व
- खेतों की गुणवत्ता सुधारने हेतु उचित दिशा-निर्देश।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे करे?
- सबसे पहले इसके आधिकारिक वेबसाइट https://soilhealth.dac.gov.in/ पर जाना होगा।
- यहां होम पेज पर फार्मर कार्नर के अंतर्गत आपको प्रिंट यूअर सॉयल हेल्थ कार्ड का ऑप्शन दिखाई देगा।
- प्रिंट यूअर सॉयल हेल्थ कार्ड ऑप्शन पर क्लिक करते ही आपके सामने नया पेेज खुल जाएगा।
- जहां पर सबसे पहले आपको अपने राज्य का चयन करना होगा और फिर कंटीन्यू के बटन पर क्लिक करना होगा।
- अब आपको यहां पर अपना राज्य, संबंधित जिला, गांव के साथ किसान अपना नाम, गांव ग्रिड नंबर, मिट्टी का सैम्पल नंबर दर्ज करना होगा। बता दें कि आपको सैम्पल नंबर तब दिया जाता है जब आप मिट्टी की जांच के लिए सैम्पल देते हैं।
- इन सभी जानकारी को भरने के बाद आपको सर्च के बटन पर क्लिक करना होगा । जैसे ही आप सर्च करेंगे आपके सामने सॉयल हेल्थ कार्ड आ जाएगा।
- इस सॉयल हेल्थ कार्ड को डाउनलोड और प्रिंट करके आपने पास रख सकेंगे।
इस तरह से आवेदन प्रर्किया पूरी हो जाएगी. आवेदन करते समय सही जानकारी दर्ज़ करना जरुरी है. इस योजना का लाभकेवळ पात्र किसानो को ही मिलेगा और आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों को जरुरत भी होगी।

नेहा आर्य latestsarkariyojana.com वेबसाइट की संपादक (Editor) के साथ लेखक भी हैं, जहाँ वे सरकारी नौकरी, सरकारी योजना, एडमिट कार्ड, रिजल्ट, आदि से सम्बंधित लेख लिखती हैं. इन्हें इस क्षेत्र में 3 साल से अधिक का अनुभव है.