Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana Portal, Features 2024

Shweta Nikumbh
15 Min Read

Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana – आप सभी जानते हैं, कि कृषि महिलाओं के लिए पैसे कमाने का सबसे बड़ा स्त्रोत है। लगभग 80% आर्थिक रूप से सक्रिय महिलाएं कृषि में लगी हुई हैं। लेकिन फिर भी अक्सर महिलाओं को भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार ने महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana) की शुरुआत की। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाया जायेगा, ताकि उन्हें भी समान अधिकार मिल सके।

सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न उपाय किए जाएंगे। जिसमे से महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (MKSP) भी शामिल है, ये कृषि से जुड़ी वर्तमान स्थिति को सुधारने के लिए काफी है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को कृषि में अधिकार संपन्न बनाना है। इस लेख में Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana के बारे में विस्तार से बता रहे है, जैसे इसमें आवेदन कैसे करे, पात्रता, डाक्यूमेंट्स, फीचर्स, बेनिफिट्स आदि।

Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana

Name Of The SchemeMahila Kisan Sashaktikaran Pariyojna
Launched ByGovernment Of India
BeneficiaryWomen Farmers Of India
ObjectiveTo Improve The Participation Of Women Farmers
Official Websitehttps://aajeevika.gov.in/

Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (MKSP) भारत सरकार द्वारा महिला किसानों के लिए शुरू की गई एक योजना है। इसको ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत लॉन्च किया गया। वर्तमान में महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना भारत के विभिन्न राज्यों में महिला किसानों को सशक्त बनाने का काम कर रही है। जिसमे महिलाओं के कौशल, क्षमताओं और संसाधनों तक पहुंच और कृषि में महिलाओं की स्थिति और आजीविका में सुधार करना है। महिला किसानों के स्वयं सहायता समूहों को इसका लाभ मिलता है।

Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana Portal Registartion

इस योजना के जरिये कृषि में महिलाओ द्वारा निभाई गई भूमिका को उजागर करना है। आमतौर पर पुरुषो को ज्यादा महत्त्व मिलता है, लेकिन महिलाओ को ज्यादा महत्त्व नहीं दिया जाता। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कृषि के छेत्र में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने और उनकी उत्पादकता बढ़ाने के लिए ये योजना बहुत ही लाभदायक है। इस तरह से महिलाओ को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके जरिये महिलाओ के योगदान को सराहा जायेगा, साथ ही कृषि आधारित ने अवसरों का सृजन किया जायेगा।

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Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana का उद्देश्य

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (MKSP) का प्राथमिक उद्देश्य महिला किसानों को सशक्त बनाना और कृषि गतिविधियों में उनकी भागीदारी को बढ़ाना है। इस योजना का उद्देश्य कृषि में प्रचलित लैंगिक अंतराल को दूर करना और खेती में लगी महिलाओं की स्थिति और आजीविका में सुधार करना है। MKSP के विशिष्ट उद्देश्यों में शामिल हैं:

1. Capacity Building – महिला किसानों को प्रशिक्षण और कौशल विकास प्रदान करना, जिस से उनमे कार्य करने की क्षमता का निर्माण किया जा सके। इसमें बेहतर कृषि पद्धतियों, वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता विकास का प्रशिक्षण भी शामिल है। इसका उद्देश्य उनके ज्ञान, कौशल और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाना है।

2. Access to Resources – कृषि संसाधनों को खरीदने के लिए क्रेडिट सुविधा भी प्रदान करना, जिस से वे अपने लिए सभी जरुरी सामग्री को खरीद सके। यह योजना स्वयं सहायता समूहों (SHG) के गठन की सुविधा प्रदान करती है। महिलाओ के लिए एक ऐसे वातावरण कर निर्माण करना है जो की उनकी कृषि गतिविधियों लिए सभी जरुरी सहायता प्रदान की जा सके।

3. Empowerment and Social Security – यह योजना उनकी आय बढ़ाने, उनकी सौदेबाजी की शक्ति में सुधार और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। महिला किसानों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना। इसके जरिये घर और समुदाय के भीतर महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। जिससे उनका समग्र सशक्तिकरण हो सके।

4. Value Addition and Market Linkages – अक्सर किसानो को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिलता, इस स्कीम के जरिये महिला किसानों के लिए बाजार लिंकेज को सुविधाजनक बनाने के लिए भी प्रयास किये जा रहे है। महिला किसानों के लिए बाजारों तक पहुंच के अवसर पैदा करके, इसका उद्देश्य उनकी आय और बाजार के अवसरों को बढ़ाना है।

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना का उद्देश्य महिला किसानों को सशक्त बनाना और उनका regeneration करना है। उन्हें कृषि में अधिक सक्रिय और उत्पादक भूमिका निभाने में सक्षम बनाना, उनकी आजीविका में सुधार करना और ग्रामीण विकास में योगदान देना है।

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना Benefits

इस योजना को विशेष रूप से महिला किसानो के लिए शुरू किया गया है। जो की उनकी सामाजिक और आर्थिक दोनों ही तरीको से मदद करता है। सशक्तिकरण परियोजना के निम्नलिखित लाभ हैं, जैसे की निचे दिए गए है।

  • इस योजना की मदद से कृषि क्षेत्र में महिलाओं का रोजगार बढ़ेगा।
  • महिला किसानों के परिवारों में खाद्य और पोषण सुरक्षा में वृद्धि होती हैं।
  • महिला किसान द्वारा खेती और फसल उत्पादन की जमीन में बढ़ोतरी होती है।
  • महिलाओं की कौशलता में वृद्धि होती है।
  • महिलाओं को क्रेडिट, टेक्नोलॉजी, उत्पादन के लिए जमीन, आदि, की पहुंच ज्यादा बेहतर होती है।
  • महिलाओं का सामाजिक स्तर बढ़ता है और टेक्नोलॉजी की मदद से वे कठिन मजदूरी से बचती हैं।
  • अपने उत्पाद को बेचने के लिए मार्केट की बेहतर समझ और जानकारी मिलती है।
  • कृषि से संबंधित आजीविका के लिए मिट्टी के स्वास्थ्य और fertility में बढ़ोतरी होती है।
  • कुल मिलाकर महिलाओं की भागीदारी कृषि क्षेत्र में बढ़ जाती है और औरतों की संस्थाओं और उद्यमियों में वृद्धि होती है।
  • इस योजना की मदद से 33 लाख महिला किसानों को लाभ मिला है जो 44.84 लाख एकड़ जमीन से जुड़ी हैं और 882 करोड़ की लागत लगी है।
  • इसके अंतर्गत 27,629 से ज्यादा गांव जुड़ चुके हैं और 86,559 उत्पादक ग्रुप का निर्माण हो चुका है।

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के Outcomes

  • महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए
  • खाद्य और पोषण सुरक्षा में सुधार
  • खेती के तहत बढ़ता क्षेत्र
  • कौशल में वृद्धि
  • उन्नत उपकरणों और प्रौद्योगिकी के माध्यम से कड़ी मेहनत में कमी
  • महिलाओं की दृश्यता में वृद्धि
  • उद्यमशीलता का विकास करें

Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojna का कार्यान्वयन

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (MKSP) भारत में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा महिला किसानों को सशक्त बनाने और कृषि गतिविधियों में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए लागू की गई एक योजना है। MKSP के कार्यान्वयन में विभिन्न घटक और चरण शामिल हैं। यह कार्यान्वयन प्रक्रिया का अवलोकन है।

1. Identification of Beneficiaries – पहला कदम उन महिला किसानों की पहचान करना है। जो MKSP scheme से लाभान्वित होने की पात्र हैं। इसमें संभावित लाभार्थियों की पहचान करने के लिए सर्वेक्षण आयोजित करना, सामुदायिक बैठकें करना और स्थानीय कृषि विभागों के साथ मिलकर काम करना शामिल हो सकता है।

2. Training and Capacity Building – एक बार लाभार्थियों की पहचान हो जाने के बाद, अगला कदम उन्हें प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम प्रदान करना है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य कृषि के विभिन्न पहलुओं में उनके कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है, जिसमें उन्नत कृषि तकनीक, जैविक खेती, फसल विविधीकरण, पशुधन प्रबंधन, वित्तीय साक्षरता और बाजार संपर्क शामिल हैं।

3. Financial Assistance – MKSP महिला किसानों को उनकी कृषि गतिविधियों का समर्थन करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। लाभार्थियों की विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर यह सहायता अनुदान, सब्सिडी या ऋण के रूप में आ सकती है। धन का उपयोग बीज, उर्वरक, उपकरण, पशुधन खरीदने या किसी अन्य कृषि निवेश के लिए किया जा सकता है।

4. Access to Resources – MKSP का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है। कि महिला किसानों की भूमि, पानी और ऋण जैसे आवश्यक संसाधनों तक पहुंच हो। उन बाधाओं या बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया जाता है। जो इन संसाधनों तक महिलाओं की पहुंच को सीमित कर सकती हैं। इसमें महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों को बढ़ावा देना, सिंचाई सुविधाओं तक पहुंच को सुगम बनाना और उन्हें औपचारिक बैंकिंग संस्थानों या ऋण सहायता के लिए स्वयं सहायता समूहों से जोड़ना शामिल हो सकता है।

5. Market Linkages and Value Addition – यह योजना महिला किसानों के लिए मार्केट लिंकेज बनाने पर जोर देती है। ताकि वे अपनी उपज को उचित मूल्य पर बेच सकें। प्रत्यक्ष विपणन चैनल स्थापित करने, उन्हें कृषि बाजारों और मूल्य श्रृंखलाओं से जोड़ने और मूल्यवर्धन गतिविधियों जैसे प्रसंस्करण, पैकेजिंग और ब्रांडिंग को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाते हैं।

6. Monitoring and Evaluation – MKSP के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत निगरानी और मूल्यांकन तंत्र स्थापित किया गया है। योजना की प्रगति का आकलन करने, चुनौतियों की पहचान करने और सुधार के लिए आवश्यक समायोजन करने के लिए नियमित निगरानी और मूल्यांकन गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।

7. Institutional Support– MKSP में सरकारी विभागों, गैर-सरकारी संगठनों (NGOs), कृषि विस्तार सेवाओं और समुदाय आधारित संगठनों सहित विभिन्न हितधारकों के बीच सहयोग और समन्वय शामिल है। कार्यान्वयन प्रक्रिया को मजबूत करने और योजना की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए संस्थागत सहायता प्रदान की जाती है।

स्थानीय समुदायों की विशिष्ट आवश्यकताओं और संदर्भ को ध्यान में रखते हुए MKSP का कार्यान्वयन भारत के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में अलग-अलग है। इस योजना का उद्देश्य महिला किसानों को सशक्त बनाना, उनकी आजीविका में सुधार करना और कृषि विकास और ग्रामीण सशक्तिकरण में योगदान देना है।

मपरियोजना के तहत पूर्णता के चरण

  • परियोजना क्षेत्र की पहचान
  • कार्यान्वयन एजेंसी की पहचान करना
  • प्रोजेक्ट स्क्रीनिंग कमिटिंग द्वारा प्रोजेक्ट की स्क्रीनिंग
  • परियोजना अनुमोदन समिति द्वारा परियोजना का अनुमोदन
  • परियोजना कार्यान्वयन
  • परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करना
  • समारोह 3 किश्तों की रिलीज
  • परियोजना की निगरानी और समीक्षा
  • अंकेक्षण
  • परियोजना का पूरा होना।

Eligibility Criteria And Required Documents

  • आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए
  • आवेदक कृषि क्षेत्र से संबंधित महिला होनी चाहिए
  • आधार कार्ड
  • आवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट के आकार की तस्वीर
  • मोबाइल नंबर
  • ईमेल आईडी
  • राशन पत्रिका
  • आय प्रमाण पत्र आदि।

महिला किसान सशक्तिकरण आवेदन करने की प्रक्रिया

इस योजन का लाभ महिलाओ के साथ साथ महिला कृषक समूह को भी मिलेगा, इसके लिए online और offline दोनों तरह से आवेदन कर सकते है। हम आपको इसमें आवेदन करने के चरणों के बारे में बता रहे है, जिसके बारे में आप निचे देख सकते है।

  • सबसे पहले आपको राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। जहा होम पेज पर आपको महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना का Option दिखेगा।
  • इस पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक form खुल जायेगा, जिसमे सभी आवश्यक विवरम को भरना होगा।
  • इसके बाद सभी जरुरी documents को अपलोड कर दे।
  • अब सब कम्पलीट हो जाने के बाद submit बटन पर क्लिक करे। इस तरह से आपका फॉर्म सफल तरीके से पूरा हो जायेगा।
  • इस प्रक्रिया का पालन करके आप महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।

ऊपर बताये स्टेप्स को फॉलो करके registartion किया जा सकता है। यदि आपको आवेदन करने में परेशानी आ रही है तो नज़दीकी CSC सेंटर जाकर आवेदन कर सकते है।

FAQs

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना क्या है?

कृषि में महिलाओं की वर्तमान स्थिति में सुधार लाने और उसे सशक्त बनाने के लिए महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना को शुरू किया गया, जिसके जरिये सफल होने के लिए अवसरों को बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा।


महिला सशक्तिकरण का मुख्य उद्देश्य क्या है?

महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाना, स्व-रोजगार के लिये प्रेरित करना, सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिणिक स्तर बढाना, इसके साथ निराश्रित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए समाज की मुख्य धारा में पुर्नस्थापित करना।

आज के लेख में Mahila Kisan Sashaktikaran Pariyojana के बारे में बताया, इसके साथ आवेदन कैसे करे और इसका लाभ कैसे मिलेगा। इन सभी के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। कृषक महिलाओ के लिए सबसे लाभकारी योजना है, इस से किसान महिलाओ को खेती करने में बहुत मदद मिलेगी।

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