Haryana Cotton Anudan Yojana: कपास की खेती को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार ने Cotton Anudan Yojana को शुरू किया है. इस योजना के तहत जो भी किसान कपास की खेती करना चाहते है उन्हें 2000 रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी प्रदान की जाएगी. इस से किसानो के उन्नत किस्म की फसल उगाने में मदद मिलेगी. यह योजना राज्य के विभिन्न जिलों में लागू की जा रही है, जहां कपास की खेती होती है.

हरियाणा की खरीफ की नकदी फसलों में कपास का महत्पूर्ण स्थान है. कपास की अधिक पैदावार लेने के लिए उन्नत किस्मों को सही समय पर बोने की तकनीक को सिखाने का काम भी किया जायेगा. इसके लिए किसान को मेरा फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण होना अनिवार्य है।
Haryana Cotton Anudan Yojana
योजना विभाग | कृषि एवं किसान कल्याण, हरियाणा |
योजना प्रोत्साहन | 2000रु. प्रति एकड़ |
उदेश्य | कपास की खेती को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | हरियाणा राज्य के किसान |
आधिकारिक वेबसाइट | https://agriharyana.gov.in |
हरियाणा कपास अनुदान योजना क्या है?
हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानो को कपास की खेती करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. इस योजना का मकसद बीटी कपास की बुवाई और उन्नत कृषि तकनीकों का उपयोग कर पैदावार बढ़ाना है. इसके साथ ही, किसानों को सूक्ष्म पोषक तत्व और एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) को अपनाने के लिए भी प्रेरित कर रही है. राज्य के सभी किसान इसका लाभ ले सकते है और कपास की खेती करके मुनाफा कमा सकते है.
कॉटन अनुदान योजना के तहत किसानो को प्रति एकड़ 2000 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी. इसका लाभ लेने के लिए किसानो को पंजीकरण करना होगा, जिसके बाद योजना के तहत प्रदान की जाने वाली राशि को किसानो के बैंक खाते में भेज दिया जायेगा. किसान अधिकतम 2 एकड़ के लिए ही अनुदान राशि ले सकेंगे.
कौन कर सकता है आवेदन?
इस योजना के तहत सिर्फ कपास की खेती करने वाले किसान ही आवेदन कर सकते है. योजना का लाभ सिर्फ कुछ ही जिलों को मिलेगा जैसे सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, रोहतक, झज्जर, नारनौल, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, गुरुग्राम, रेवाड़ी, भिवानी, चरखी दादरी, पानीपत, सोनीपत और कैथल है. अन्य जिले वाले लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते.
हरियाणा कपास अनुदान योजना में आवेदन कैसे करे
योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. सभी किसान हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट agriharyana.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है.
इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए किसान अपने नजदीकी कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों से सम्पर्क कर सकते है. आवेदन करने के बाद किसानो के बैंक खाते में अनुदान की राशि को भेज दिया जाता है।
मेरा नाम उत्तम यादव है और में मैं पिछले 1 शाल से ज्यादा समय से Content Writing कर रहा हूँ। मुझे Automobile और Tech मे ज्यादा इंट्रेस्ट है इसीलिए मैं इन पर लिखना ज्यादा पसंद करता हूँ। इसके साथ ही सामान्य विषयो पर भी लिखना पसंद करता हु।