सेंट्रल केवाईसी (CKYC) प्रणाली के जरिये वित्तीय संस्थानों में KYC करवाना बहुत ही आसान हो गया है. अब ग्राहकों को बार बार “Know Your Customer” (KYC) करवाने की जरुरत नहीं होगी. इस प्रक्रिया के आने से बार-बार केवाईसी डाक्यूमेंट्स जमा करने की समस्या को समाप्त किया जाता है.
CKYC का उद्देश्य वित्तीय संस्थानों के बीच जानकारी का आदान-प्रदान सरल करना और तेज बनाना है, इस तरह से पूरी प्रक्रिया डिजिटल और पेपरलेस हो सके।
CKYC Card कैसे बनता है?
CKYC सिस्टम को पुरे भारत में काजू किया गया है, जिससे कस्टमर्स को बार-बार KYC कराने से बड़ी राहत मिलती है। इस प्रक्रिया के तहत एक बाद पंजीकरण करने के बाद, ग्राहक को एक यूनिक CKYC नंबर प्रदान किया जाता है. इस नंबर के जरिये वित्तीय संस्थान से जुड़ने पर आसानी से उपयोग कर सकते हैं। इस तरह से ग्राहक को KYC करवाने के लिए डॉक्यूमेंट सबमिट नहीं करना पड़ता.
जब ग्राहक CKYC प्रक्रिया से गुजरते हैं, तो ग्राहक का पूरा डाटा एक केंद्रीय डेटाबेस में सुरक्षित रूप से स्टोर किया जाता है. इस सिस्टम को CERSAI (Central Registry of Securitisation and Asset Reconstruction) द्वारा मॉनिटर किया जाता है। इस तरह से यदि ग्राहक भविष्य में किसी अन्य वित्तीय सेवा के लिए आवेदन करते हैं, तो संस्थान को पहले से सत्यापित जानकारी मिल जाती है.
CKYC के लाभ क्या-क्या है
CKYC प्रणाली के जरिया ग्राहकों को वित्तीय लाभ के साथ अन्य बहुत से लाभ भी मिलते है। एक बार CKYC पंजीकरण होने के बाद ग्राहकों को विभिन्न बैंक या वित्तीय संस्थानों में बार-बार KYC करवाने की जरुरत नहीं होगी. इस तरह CKYC के माध्यम से ग्राहक की जानकारी एक केंद्रीय डेटाबेस में स्टोर हो जाती है।
CERSAI के जरिए ग्राहकों के लिए कागजी कार्यवाही कम होती है, और सत्यापन की प्रक्रिया तेज हो जाती है. ग्राहक जब चाहें अपनी केवाईसी जानकारी को अपडेट कर सकते है. इस प्रक्रिया की सबसे ख़ास बात की यह बहुत तेज और आसान है।
CKYC रजिस्ट्रेशन कैसे करें और डाउनलोड करें CKYC कार्ड
अगर आप भी CKYC प्रक्रिया के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते चाहते हैं और अपना CKYC कार्ड डाउनलोड करना चाहते हैं, तो रजिस्ट्रेशन को पूरा करने के बाद लॉगिन करके कार्ड को डाउनलोड कर सकते है. यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, जिससे आपको अपनी सुविधा के अनुसार इसे पूरा करने की सुविधा मिलती है।