देश में अच्छे हाईवे और एक्सप्रेसवे के बढ़ते नेटवर्क के साथ सरकार का मकसद सड़क हादसों को रोकना भी है. हर साल सड़क हादसों में होने वाले मृत्यु बढ़ता जा रहा है, जिसको देखते हुए सरकार अब सड़क सुरक्षा सुरक्षा, जागरूकता और सख्ती से पालन करने जा रही है।
इसी वजह से केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सड़क हादसों में घायल होने वालों को अस्पताल पहुंचाने वालों की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. इसके लिए पहले पांच हजार रुपये की राशि दी जाती थी, जिसको बढ़ाकर पच्चीस हजार कर दिया गया है।
सड़क हादसों में हर दिन 474 लोग गंवा रहे जान
सड़क सुरक्षा पर एक बातचीत में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि वर्तमान में बताया कि हर दिन 474 लोग सड़क हादसों में जान गंवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में सड़क हादसों में एक लाख 80 हजार लोगों की जान गई. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कुछ लोगो कि जान तो सही समय पर अस्पताल ना पहुंचने की वजह से हुई। यदि समय पर अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उनकी जान नहीं जाती।
अस्पताल पहुंचाने वालों को 25 हजार रुपए मिलेंगे
यदि कोई सड़क पर घायल मिलता है तो अस्पताल पहुंचाने वालों को अभी सरकार की तरफ से पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है, लेकिन अब इसको बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। अब मिलने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर 25 हजार कर दिया गया है। हालाँकि इसके बारे में सरकार द्वारा कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई।
स्कूल की गलत एंट्री-एग्जिट की वजह से मारे गए बहुत से बच्चे
नितिन गडकरी ने बताया कि इस वर्ष दस हजार बच्चों की जान स्कूलों की गलत एंट्री-एग्जिट व्यवस्था की वजह से हुई। इस से बचने के लिए स्कूलों के सामने रोड डिजाइन को ठीक किया जाये। इसके लिए सरकार द्वारा बजट में 1000-2000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की जाएगी।