भारत सरकार देश के सभी वर्गों के लिए सरकारी योजनाओ को शुरू किया है। जिसमे छात्रों से लेकर महिलाओ के लिए योजनाए है, जिसमे से कुछ योजनाएं बुजुर्गों के लिए भी है। इसके साथ ही सरकार ने 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चो के लिए भी योजनाए शुरू की है, जिसके बारे में बता रहे है।
जिन भी बच्चो की उम्र 18 साल से कम हैं, वे भी सरकारी योजना का लाभ ले सकते है. इस योजनाओ में बचत स्कीम भी शामिल है, जो की बड़े काम की साबित हो रही है। चलिए आपको बताते हैं. कौनसी हैं यह योजनाएं और कैसे लिया जा सकता है इन योजनाओं का लाभ.
एनपीएस वात्सल्य योजना
भारत सरकार ने बच्चों के लिए NPS Vatsalya Yojana को शुरू किया है जो बच्चों के भविष्य को मजबूत करेगी. इस योजना के जरिये माता पिता या अभिवावक 18 साल से कम के बच्चों का खाता खुलवा सकते हैं. जिसमे बच्चो के भविष्य के लिए पैसे निवेश कर सकते है। इसके लिए कम से कम 1000 रूपए निवेश करना होता है, हालाँकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं होती। जब बच्चा 18 साल का हो जाता है तो एनपीएस वात्सल्य योजना का खाता मैच्योर एनपीएस खाते में ऑटोमेटिक बदल जाएगा. इसमें निवेश करने पर काफी अच्छा रिटर्न मिलता है।
सुकन्या समृद्धि योजना
भारत सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत Sukanya Samriddhi Yojana को शुरू किया गया है। इस योजना के जरिये माता-पिता अपनी बेटियों की पढाई और शादी के लिए होने वाले खर्च के लिए पैसे जमा कर सकते है। जब बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है तो किसी भी डाकघर में या फिर बैंक में जाके खता खुला सकते है। योजना के तहत कम से कम 1000 रूपए की राशि को जमा करना होता है और अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificates) का नाम भारत सरकार की बेहतरीन निवेश योजना में लिया जाता है. इसमें आप बच्चे के भविष्य के लिए फंड जमा कर सकते हैं. इस योजना के तहत जमा किये पैसो पर टैक्स में छूट भी मिलती है। हालाँकि इस योजना का लॉकिंग पीरियड 5 साल का होता है।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
बच्चो के बड़े होने के साथ खर्चे भी बढ़ते जाते है, इसलिए बच्चे के जन्म होते ही बच्चो के लिए पैसे निवेश करना शुरू कर देना चाहिए। इसके लिए इक्विटी म्युचुअल फंड एक बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है. इक्विटी फंड में इनवेस्टमेंट पर आपको सालाना 12 से 15 फीसदी तक बढ़िया रिटर्न मिल जाता है. इसके साथ आपको प्रतिमाह निश्चित राशि को जमा करना होता है, जो की आसान होता है।