Gap Certificate Online Apply : जब भी कोई स्टूडेंट अपनी पढाई बीच में छोड़ देता है, तो ऐसी स्थिति में उसके एजुकेशन पीरिएड में गैप आ जाता है। इसके बाद जब स्टूडेंट दोबारा फिर से अपनी पढाई पूरी करना चाहता है तो उसे गैप सर्टिफिकेट की जरुरत पड़ती है। हालाँकि अधिकतर लोगो को इसके बारे में जानकारी नहीं होती और इसको कहा से बनवा सकते है ये भी पता नहीं होता।
किसी भी स्कूल या कॉलेज में एडमिशन लेने के दौरान Gap Certficate को माँगा जाता है, जिस से पता चलता है की छात्र द्वारा पढाई को क्यों छोड़ा गया। यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है, जिसमे शिक्षा अवधि में अंतराल का पूरा विवरण अंकित होता है। इस तरह शिक्षण संस्थान को पता चलता है की एजुकेशन में गैप का मुख्य कारण क्या था।
अगर आपने भी अपनी पढ़ाई के दौरान गैप लिया है तो इस सर्टिफिकेट की जरुरत पड़ सकती है। हम आपको गैप सर्टिफिकेट बनवाने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बता रहे है, तो चलिए, पूरी प्रक्रिया के बारे में जानते हैं।
गैप सर्टिफिकेट क्या होता है
गैप सर्टिफिकेट एक non-Judicial पेपर पर लिखा गया स्व-घोषणा दस्तावेज है, जिसमें छात्र द्वारा शिक्षा में आये हुए अंतराल का कारण बताया जाता है। कुछ लोग इसको गैप ईयर सर्टिफिकेट या गैप एफिडेविट के नाम से भी जानते है। आगा कोई स्टूडेंट बीच में अपनी पढ़ाई को छोड़ देते है और फिर से पढाई को शुरू करते है तो गैप सर्टिफिकेट को बनवाना होता है।
इस सर्टीफिट को रजिस्ट्रार से स्टांप पेपर पर 100 रुपये या 200 रुपये देकर बनवा सकते हैं। इसके साथ आप चाहे तो ऑनलाइन भी गैप सर्टिफिकेट को बनवा सकते है।
गैप सर्टिफिकेट बनवाने के कारण
Gap Certificate बनवाने के कई कारण हो सकते हैं, हालाँकि अधिकतर लोग पढ़ाई में गैप लेते हैं और बाद में पढाई शुरू करने के दौरान इसकी जरुरत होती है।
- कई स्टूडेंट आर्थिक समस्या के कारण शिक्षा में गैप लेते हैं।
- कई बार फैमिली इमरजेंसी के कारण पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ती है।
- कई लोग नई जॉब मिल जाने के बाद पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं, जिसके कारण गैप ईयर सर्टिफिकेट बनवाना पड़ता है।
- कई बार हेल्थ इमरजेंसी के कारण पढ़ाई से गैप लेना पड़ता है।
- बहुत से लोग इसलिए अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं क्योंकि उनकी शादी हो जाती है।
- कई बार छात्र बिजनेस शुरू करने के लिए अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं। जिसकी वजह से उन्हें गैप सर्टिफिकेट बनवाना पड़ता है।
गैप सर्टिफिकेट में उल्लिखित विवरण
- उम्मीदवार का पूरा नाम
- जन्मतिथि
- स्थायी पता
- नवीनतम शैक्षणिक योग्यता
- संस्थान या यूनिवर्सिटी का नाम (जहाँ से उम्मीदवार ने एजुकेशन प्राप्त की है)
- वह तिथि जब से उम्मीदवार ने शिक्षा में गैप लिया है।
- एजुकेशन गैप लेने का कारण
- उस स्कूल या विश्वविद्यालय का नाम जहां उम्मीदवार अब प्रवेश लेना चाहता है।
- आवेदन करने की तारीख
- उम्मीदवार के हस्ताक्षर
- वकील के हस्ताक्षर
गैप सर्टिफिकेट बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
Gap Certificate बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों को आवस्यकता होती है, जिसके बाद ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
- आवेदक का आधार कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- स्कूल की मार्कशीट
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट
- डिग्री का प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाणपत्र
- चरित्र प्रमाण पत्र
- स्टाम्प पेपर
ऑनलाइन गैप सर्टिफिकेट कैसे बनाए? How to apply gap certificate online
- ऑनलाइन गैप सर्टिफिकेट बनाने के लिए www.edrafter.in की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुलकर आएगा।
- वेबसाइट के होमपेज पर आपको गैप सर्टिफिकेट का फॉर्म दिखाई देगा।
- इस फॉर्म में पूछी गयी जानकारियों जैसे कि कैंडिडेट का नाम, पिता का नाम, पता, जन्मतिथि, एजुकेशन डिटेल्स आधी को भरना है।
- फॉर्म भरने के बाद Add to Cart के ऑप्शन पर क्लिक करें। आपके सामने पेमेंट का ऑप्शन आएगा।
- पेमेंट का भुगतान करने के बाद आपकी गैप सर्टिफिकेट के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
- गैप सर्टिफिकेट बन जाने के बाद यह आपके पते पर डाक के माध्यम से भेज दिया जाएगा।
गैप सर्टिफिकेट को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीको से बनवा सकते है। ऑफलाइन तरीके से बनवाने के लिए आपको स्टांप पेपर की आवश्यकता होगी, जिसको कोर्ट या फिर रजिस्ट्रार ऑफिस में जाकर खरीद सकते है। स्टाम्प लेकर उसमे शिक्षा अंतराल का कारण संक्षेप में लिखना होगा। इसे बाद स्टाम्प पेपर की नोटेरी करवाना होगी। इस प्रकार से ऑफलाइन गैप सर्टिफिकेट को बनवा सकते है।