जल्द ही नया साल शुरू होने जा रहा है, जिस वजह से सरकारी कर्मचारियों और आम जनता के लिए छुट्टियों की योजना बनाने में जुट गए है। इसके लिए बिहार सरकार द्वारा Hiliday Calender 2025 को जारी किया गया है, जिसमे सार्वजनिक (Public), सामान्य (General), और ऐच्छिक अवकाश (Optional Holidays) शामिल हैं। इस कैलेंडर के जरिये कर्मचारियों को आराम करने का मौका मिलेगा, जिस से दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने के लिए प्रयाप्त अवसर मिलेगा।
वर्ष 2025 में चार मिलेगी अतिरिक्त छुट्टियां
आगामी वर्ष के लिए सरकार द्वारा पिछले साल की तुलना में चार अतिरिक्त छुट्टियां दी गई हैं। इनमें से 6 जनवरी और 27 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह जन्म दिवस पर छुट्टियां विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इसके साथ ही एनआई एक्ट (NI Act) के तहत 21 सार्वजनिक अवकाश भी प्रदान किये जायेंगे। इसके साथ ही कर्मचारियों को तीन ऐच्छिक अवकाश चुनने का विकल्प भी दिया गया है।
सामान्य अवकाश (General Holidays)
बिहार सरकार ने 2025 में 16 सामान्य अवकाशों की घोषणा की है। इनमें शामिल प्रमुख अवकाश इस प्रकार हैं:
- 6 जनवरी: गुरु गोविंद सिंह जन्म दिवस
- 3 फरवरी: बसंत पंचमी
- 12 फरवरी: संत रविदास जयंती
- 5 अप्रैल: सम्राट अशोक अष्टमी
- 10 अप्रैल: महावीर जयंती
- 15 अगस्त: चेहल्लुम
- 27 दिसंबर: गुरु गोविंद सिंह जन्म दिवस
सार्वजनिक अवकाश (Public Holidays) पूरे राज्य के लिए मान्य
बिहार में 2025 के सार्वजनिक अवकाशों में राष्ट्रीय और धार्मिक त्योहार शामिल हैं। ये अवकाश पूरे राज्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ प्रमुख सार्वजनिक छुट्टियां इस प्रकार हैं:
- 26 जनवरी: गणतंत्र दिवस
- 22 मार्च: बिहार दिवस
- 14 अप्रैल: भीमराव अंबेडकर जयंती
- 15 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस
- 30 सितंबर – 1 अक्टूबर: दुर्गा पूजा
- 22 अक्टूबर: दीपावली
- 27-28 अक्टूबर: छठ पूजा
ऐच्छिक अवकाश (Optional Holidays)
कर्मचारियों को अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार तीन ऐच्छिक छुट्टियां चुनने का विकल्प दिया गया है। कुछ उल्लेखनीय ऐच्छिक अवकाश हैं:
- 1 जनवरी: नववर्ष
- 14 जनवरी: मकर संक्रांति
- 13 मार्च: होलिका दहन
- 9 अगस्त: रक्षा बंधन
- 26 अक्टूबर: छठ पूजा (खरना)
सभी छुट्टियों को जोड़ दिया जाये तो बिहार के सरकारी कर्मचारियों को 2025 में कुल 64 छुट्टियां मिलेंगी। अगर सार्वजनिक, सामान्य, और ऐच्छिक अवकाश को जोड़ दिया जाए, तो यह न केवल आराम का मौका प्रदान करता है। इसके साथ ही राज्य के विविध त्योहारों और सांस्कृतिक आयोजनों में शामिल होने के लिए भी छुट्टी दी जाती है।