पीएम स्वनिधि योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया है। इस योजना को शुरू किया जा चूका है, हालाँकि बहुत से लोगो को इसके बारे में जानकारी नहीं है. आखिर ये स्वनिधि योजना क्या है और कैसे इसका फायदा उठाया जा सकता है?
अक्सर लोग अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए क़र्ज़ लेते है या फिर जरूरत को पूरा करने के लिए ब्याज पर रकम उधार लेते हैं. लेकिन क़र्ज़ के जाल में फस जाते है और अधिक ब्याज देना होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को शुरू किया गया है। यह योजना दुकानदारों, छोटे कारोबारियों और रेहड़ी-पटरी वालों के लिए वरदान बन रही है।
पीएम स्वनिधि योजना क्या है?
कोरोना बिमारी की वजह से पुरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था, जिस से छोटे व्यवसाइयों पर बुरा असर पड़ा था। ऐसे में केंद्र सरकार के द्वारा स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत सरकार द्वारा लाओं की सुविधा दी जा रही है और इसके लिए कुछ भी गिरवी रखने की जरुरत नहीं होगी। योजना के तहत एक साल के लिए 50 हजार रुपए तक की रकम लोन पर दी जा रही है।
किस को मिलेगा योजना का लाभ?
शहरी इलाकों में रहने वाले वो स्ट्रीट वेंडर या छोटे दुकानदार इस योजना के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकते है। इसके लिए आवेदक के पास स्थानीय निकाय का वेंडिंग सर्टिफिकेट होना चाहिए। जिस किसी भी वेंडर के पार सर्टिफिकेट नहीं है, वे भी प्रोविजनल सर्टिफिकेट के जरिए योजना का लाभ उठा सकते हैं।
पीएम स्वनिधि योजना में कितना लोन मिलता है?
पीएम स्वनिधि योजना के तहत 50 हजार रुपए तक का लोन बिना जमानत के मिल जाता है। लोन के लिए आवेदन करने पर सबसे पहले 10 हजार रूपए मिलते है, जिसको चुकाने के बाद 20 हजार रूपए मिलते है। इसके बाद अगर लोन को तय समय पर चूका देते है तो फिर आपको 50 हजार रुपए तक का लोन आसानी से मिल जायेगा।