Retail Inflation rate in India : भारत में खुदरा महंगाई दर सितंबर में बढ़कर 5.49 फीसदी हो गई है। वही अगस्त में यह 3.65 फीसदी थी, जो की लगातार बढ़ती जा रही है। यह खुदरा महंगाई का 9 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है, जिस वजह से चीज़े महँगी हो सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मध्यम अवधि के लिए खुदरा महंगाई दर 4% रखने का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह पहली बार है जब महंगाई दर RBI के 4% के लक्ष्य से ज्यादा है।
पिछले साल भी इस समय महंगाई दर काफी ज्यादा थी। लेकिन यह पहली बार है जो पिछले आंकड़े की वजह से इस साल सितंबर में महंगाई दर बढ़ गई।
आरबीआई ने 4.5% पर बरकरार रखा था अनुमान
अक्टूबर में हुई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में RBI ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा महंगाई दर को 4.5% पर बरक़रार रखने का लक्ष्य रखा था। RBI गवर्नर ने बताया कि केंद्रीय बैंक को महंगाई पर कड़ी नजर रखनी होगी। लेकिन इस बार में महंगाई के घोड़े ने फिर दौड़ लगा दी।
महंगाई को काबू करने के लिए केंद्रीय बैंक बहुत साड़ी कोशिशे कर रही है। गवर्नर ने बताया कि कुल महंगाई दर को 4% के लक्ष्य तक पहुंचाने और उसे लंबे समय तक बनाए रखने की जरूरत है।
खाने-पीने की चीजों के दाम तेजी से बढ़े
सरकारी आकड़ो के अनुसार, महंगाई दर सितंबर में बढ़कर 9.24% हो गई। ग्रामीण इलाकों में महंगाई दर अगस्त में 4.16% से बढ़कर सितंबर में 5.87% हो गई। इसके साथ ही शहरी इलाकों में 3.14% से बढ़कर सितंबर में 5.05% हो गई। कुछ समय से खाने-पीने वाली चीज़ो की कीमते तेज़ी से बढ़ रही है। इस से भारतीय घरो का खर्च भी बढ़ेगा।